उस एक लोडिंग रिक्शा से भी कुछ न कुछ सीखता हूँ मैं जिसके पीछे लिखा है "एक न एक दिन बनूँगा ट्रक"
हिंदी समय में राजकुमार कुंभज की रचनाएँ